Monday 25 March 2013

भाई सा मिठास चाहिए ...

ये दुनिया काफिरों से इतनी भर गयी है ...
ऐ खुदा तेरे होने का एहसास चाहिए ...

ये  मासूम आँखें खौफ़ से कितनी सहमी सी लग रही हैं ...
ऐ खुदा इन आँखों में फिर से तेरी तलाश चाहिए ...

हो तो ज़ाऊ मैं भी फना दरिया ऐ इश्क में ..
हाथ तुम थाम लोगे तेरा विशवास चाहिए ...

माना की तुम  ज़माने के चश्म ऒ चिराग हो ...
पर कोई ऐसा मिले जो ताउम्र दिल के आस पास चाहिए ..

मिटा दो ये मजहबी कड़वाहटें मेरे वतन से ऐ खुदा ..
हर शख्स में भाई भाई सा मिठास चाहिए ...

ये दुनिया काफिरों से इतनी भर गयी है ...
ऐ खुदा तेरे होने का एहसास चाहिए ...

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