ये जो सफ़ेद चेहरे में फिरते है ...
सराफ़त देखना ये रात ढल जाने दो .....
आज सबको अपना जो कहते हो ...
फ़ितरत देखना सियासत में आ जाने दो ...
अभी पल भर भी हाथ छोड़ते नहीं हम दोनों ....
दूरियां देखना क़यामत तो आ जाने दो,,,,
कैद हूँ पिंजड़े में कैसे तुम्हे दिखाऊ ,,,,
उडाने देखना रिहायत तो आ जाने दो ....
कितना तजुर्बा है हम भी देखेंगे ....
ज़िन्दगी एक बार गफ़लत में आ जाने दो ...
फिर देखेंगे की कितने हैं हम भी तुम्हे प्यारे ....
हाथ उनके हुकूमत तो आ जाने दो ...
इबादत और पूजा साथ में मिलकर करेंगे हम ...
कहोगे सच ही कहता था मोहब्बत तो हो जाने दो .....
सराफ़त देखना ये रात ढल जाने दो .....
आज सबको अपना जो कहते हो ...
फ़ितरत देखना सियासत में आ जाने दो ...
अभी पल भर भी हाथ छोड़ते नहीं हम दोनों ....
दूरियां देखना क़यामत तो आ जाने दो,,,,
कैद हूँ पिंजड़े में कैसे तुम्हे दिखाऊ ,,,,
उडाने देखना रिहायत तो आ जाने दो ....
कितना तजुर्बा है हम भी देखेंगे ....
ज़िन्दगी एक बार गफ़लत में आ जाने दो ...
फिर देखेंगे की कितने हैं हम भी तुम्हे प्यारे ....
हाथ उनके हुकूमत तो आ जाने दो ...
इबादत और पूजा साथ में मिलकर करेंगे हम ...
कहोगे सच ही कहता था मोहब्बत तो हो जाने दो .....
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