कहते हैं सब युवा ही अब प्रभात लायेंगे ...
कब ? जब सर्व नाश हो जायेंगे ...
कहा किसी ने हमने दी है उनको सत्ता, शीश उतार भी लायेंगे ..
कब ? जब भूखे कुत्ते नोच नोच कर हाथ काट ले जायेंगे ...
वो सत्ताधारी चीरहरण पर भी राजनीती कर जायेंगे ..
अपनी अमृत सी सुधा रस वाणी से पीडिता को गलत बताएँगे ...
पर इतने पर भी हमने अपना संयम न खोया है ...
हम अगली बार भी उनको ही सत्ता पर फिर से सजायेंगे ...
फिर हाय हाय कर पांच साल नव उपवास मनाएंगे ...
कब ? जब फिर से यही सत्ताधारी दिल्ली में रास मनाएंगे ...
कब ? जब सर्व नाश हो जायेंगे ...
कहा किसी ने हमने दी है उनको सत्ता, शीश उतार भी लायेंगे ..
कब ? जब भूखे कुत्ते नोच नोच कर हाथ काट ले जायेंगे ...
वो सत्ताधारी चीरहरण पर भी राजनीती कर जायेंगे ..
अपनी अमृत सी सुधा रस वाणी से पीडिता को गलत बताएँगे ...
पर इतने पर भी हमने अपना संयम न खोया है ...
हम अगली बार भी उनको ही सत्ता पर फिर से सजायेंगे ...
फिर हाय हाय कर पांच साल नव उपवास मनाएंगे ...
कब ? जब फिर से यही सत्ताधारी दिल्ली में रास मनाएंगे ...
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